आज बहुत काम बाकी है
सुलझ कैसे जाँए हम
उलझनों का मज़ा अभी बाकी है
बाँसुरी बजा पुकार रहा है कान्हा
राधा का संसार बाकी है
सितारों के आगे जहाँ एक और तो है
पर क्या करें अभी कुछ अरमान बाकी हैं
कई गुमान बाकी हैं.........
कुछ ज़मीन बाकी है, कुछ आसमान बाकी है ।