जब राह धुंधली पड़ने लगे, जब दिल घबराने लगे
जब साथ न हो कोई साथी, और मंजिल नज़र न आती
जिंदगी से लड़ना तुम, बस आगे बढते चलना तुम.........
जब अँधेरे हों घहरे, जब रात हो काली
तूफानों का शोर हो, और हाथ हों खाली
उम्मीद न छोड़ना तुम, बस आगे बदते चलना तुम.........
तमनाओं की लों को तू कभी न बुझने देना
आँखों से ख्वाबों को तू कभी न छंटने देना
आंसुओं को दिल में तू कभी न उतरने देना
हरा दे जो दुनिया, तो खुद को न खोना
बस आगे बदते चलना तुम...........
जीत की आशा कभी न छूटे
मन का ये दर्पण कभी न टूटे
लिखना तू एक नयी कहानी
गम की न रहे कोई निशानी
होठों पे हो हंसी, हिम्मत हो मन में
कदम न डगमगाएं तेरे, बस आगे बढते चलना तुम.................
~ Shail
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